समा है सुहाना सुहाना, नशे में जहां है - The Indic Lyrics Database

समा है सुहाना सुहाना, नशे में जहां है

गीतकार - हसरत जयपुरी | गायक - किशोर कुमार | संगीत - कल्याणजी आनंदजी | फ़िल्म - घर घर की कहानी | वर्ष - 1970

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समा है सुहाना सुहाना, नशे में जहां है
किसीको किसीकी खबर ही कहाँ है
हर दिल में देखो मोहब्बत जवां है
कह रही है नजर, नजर से अफसाने
हो रहा है असर के जिसको दिल जाने
देखो ये दिल की अजब दास्ताँ है
नजर बोलती है, दिल बेजुबां है
हो गया है मिलन दिलों का मस्ताना
हो गया है कोई किसी का दीवाना
जहाँ दिलरुबा है, दिल भी वहाँ है
जिसे प्यार कहिये, वही दरमियाँ है