तुम आंखों से दुउर हो साथिया बेलिया साजन: - The Indic Lyrics Database

तुम आंखों से दुउर हो साथिया बेलिया साजन:

गीतकार - अजीज कश्मीरी | गायक - नूरजहां, जी.एम. दुर्रानी | संगीत - हुस्नलाल-भगतराम, पं अमरनाथ | फ़िल्म - मिर्जा साहिबानी | वर्ष - 1947

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नूर जहाँ:
तुम आँखों से दूर हो, हुई नींद आँखों से दूर
मेरे साथी ग़म की चोट से हुआ दिल का शीशा चूर
साथिया, बेलिया, साजना, हो ओ ओ ...दुर्रानी:
मुझे शिकवा है तक़दीर से, नहीं तुमसे कोई ग़िला
हाय, नहीं तुमसे कोई ग़िला
मुझे लाकर यूँ पर्देस में मेरा सब कुछ छीन लिया
हाय, मेरा सब कुछ चीन लिया
साथिया, बेलिया, साजना, हो ओ ओय ...नूर जहाँ:
मेरी आँखों में आँसू आ बसे, हूँ रोने पर मजबूर
मेरे ज़ख़्म हुए पर्देसिया, आ रिस-रिस के नासूर
साथिया, बेलिया, साजना, हो ओ ओ ...दुर्रानी:
मुझे रोगी करके प्यार का, दिया ग़म का रोग लगा
हाय दिया ग़म का रोग लगा
मेरे जलते हुए चराग़ को मेरी, क़िस्मत गई बुझा
हाय, मेरी क़िस्मत गई बुझा
साथिया, बेलिया, साजना, हो ओ ओय ...नूर जहाँ:
मुझे धोका दिया नसीब ने, नहीं मेरा कोई कुसूर -२
साथिया, बेलिया, साजना हो ओ ओ ...