अवधूत युगन युगन हम योगी - The Indic Lyrics Database

अवधूत युगन युगन हम योगी

गीतकार - कबीर | गायक - कुमार गंधर्व, वसुंधरा कोमकली | संगीत - कुमार गंधर्व | फ़िल्म - त्रिवेणी भजन (गैर फिल्म) | वर्ष - 1970s

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अवधूता, युगन युगन हम योगी
आवैना जाय मिटैना कबहूं, सबद अनाहत भोगीसभी ठौर जमात हमरी, सब ही ठौर पर मेला
हम सब में, सब हैं हममां, हम है बहुरी अकेलाहम ही सिद्ध, समाधि हम ही, हम मौनी हम बोले
रूप सरूप अरूप दिखाके, हम ही में हम तो खेलेंकहे कबीरा जो, सुनो भाई साधो, नाही-न-कोई इच्छा
अपनी मढ़ी में आप मैं डोलूं, सहज स्वइच्छा