ये सोचता है क्या जरा पलट इधर - The Indic Lyrics Database

ये सोचता है क्या जरा पलट इधर

गीतकार - महबूब | गायक - | संगीत - कार्तिक राजा | फ़िल्म - ग्रहण | वर्ष - 1999

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ये सोचता है क्या ज़रा पलट इधर
ऐ देखता है क्यूं भला इधर उधर
कितनी अच्छी मैं लगती हूँ देखा क्या
मैं कितनी सुन्दर हूँ तूने मुझको समझा क्या
ये सोचता है क्या ...डराता है क्यूं तू आँखें खोल खोल के
देख गोरी गोरी मेरे जैसी देखा ना होगा कहीं
मज़े मोहब्बत के मिल के हम उठाएं ज़रा
प्यार करते करते थक के सो जाएं यहां
क्या प्यारा timeहै मौसम fineहै
गले लगा ले मुझको मुझमें तू खो जा ज़रा
ये सोचता है क्या ...स.म्भाल खुद को तू यूं ही बात ना बढ़ा
रोक ले खुद को तू ऐसे कदम न उठा
के फिर से दामन पे दाग लग न जाए कहीं
तू हो रुसवा हमें भी ये तो मंजूर ही नहीं
मेरे नज़दीक न आ आ ज़रा होश में आ
के ये मदहोशी तो बुरी है ये नशा बुरा
ये सोचता है क्या ...