नैन पुरुष कृष्ण मुरारी हैं मन के बिहारी हैं - The Indic Lyrics Database

नैन पुरुष कृष्ण मुरारी हैं मन के बिहारी हैं

गीतकार - पं. मधुर | गायक - सहगान, पुरुष स्वर, जोहराबाई अंबलेवाली | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - सन्यासी | वर्ष - 1945

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ज़ो : नैन में कृष्ण मुरारी हैं
मन के बिहारी हैं
प्रेम के पुजारी हैं
नैन में कृष्ण मुरारी हैंको : नैन में कृष्ण मुरारी हैं
मन के बिहारी हैं
प्रेम के पुजारी हैं
नैन में कृष्ण मुरारी हैंज़ो : मोहनी मुरत पे तन-मन वारूँ
को : मोहनी मुरत पे तन-मन वारूँ
वारूँ वारूँ
ज़ो : आ हा हा हा
मोहनी मुरत पे तन-मन वारूँ
पिया-पिया पिया-पिया
को : पिया-पिया दिन-रात पुकारूँ
पुकारूँ
ज़ो : मतवाले मतवाले
को : मतवाले
मतवाले मुरली की धुन पे
को : मतवाले मुरली की धुन पे
राजा और भिखारी हैं
को : मतवाले मुरली की धुन पे
राजा और भिखारी हैं
हर ओर यही है शोर यही है शोर
ज़ो : क्याको : नैन में कृष्ण मुरारी हैं
मन के बिहारी हैं
प्रेम के पुजारी हैं
नैन में कृष्ण मुरारी हैंज़ो : फेरूँ आरती रे -२
( फेरूँ आरती मनमोहन की
फेरूँ आरती रे
male: लेऊँ बलैयाँ इन नैनन की
लेऊँ बलैयाँ रे ) -२दो : ( मोहन में राधा को देखा
राधा में बनवारी हैं ) -२
हर ओर यही है शोर यही है शोर
male: क्याज़ो : नैन में कृष्ण मुरारी हैं
मन के बिहारी हैं
प्रेम के पुजारी हैं
नैन में कृष्ण मुरारी हैंको : नैन में कृष्ण मुरारी हैं
मन के बिहारी हैं
प्रेम के पुजारी हैं
नैन में कृष्ण मुरारी हैं