थोड़ा थोड़ा सोने का रंग - The Indic Lyrics Database

थोड़ा थोड़ा सोने का रंग

गीतकार - समीर | गायक - उदित नारायण, स्नेहा पंत | संगीत - शंकर एहसान लॉय | फ़िल्म - एक और एक ग्यारह: | वर्ष - 2003

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स्ने : ( थोड़ा-थोड़ा सोने का रंग
थोड़ी-थोड़ी चाँदी की चमक ) -२
थोड़ा कलियों का रस जब मिलाया गया
मिलाया गया
तब ये मेरा बदन जान-ए-मन
बनाया गया
बनाया गया
थोड़ा-थोड़ा सोने का रंग
थोड़ी-थोड़ी चाँदी की चमककोई मुझ सा यहाँ ख़ूबसूरत नहीं
मुझे गहनों की कोई ज़रूरत नहीं
हो चाँद की चाँदनी भी मद्धम लगे
कोई भी हो मेरे सामने कम लगे
थोड़ा-थोड़ा महका गुलाब
थोड़ी-थोड़ी छलकी शराब
थोड़ा कलियों का रस जब मिलाया गया
तब ये मेरा बदन जान-ए-मन
बनाया गयाजो मुझे देख ले देखता ही रहे
मेरे बारे में वो सोचता ही रहे
हो आ मुझे अपनी बाँहों में भर ले सनम
प्यार तू मुझसे जी भर के कर ले सनम
उ : थोड़ा-थोड़ा थोड़ा हिजाब
थोड़ी-थोड़ी मस्ती शबाब
थोड़ा कलियों का रस जब मिलाया गया
मिलाया गया
तब ये तेरा बदन जान-ए-मन
बनाया गया
बनाया गयाथोड़ा-थोड़ा सोने का रंग
थोड़ी-थोड़ी चाँदी की चमक
स्ने : थोड़ा-थोड़ा
उ : सोने का रंग
स्ने : थोड़ी-थोड़ी
उ : चाँदी की चमक
स्ने : ( थोड़ा
उ : थोड़ा
स्ने : थोड़ी
उ : थोड़ी ) -२