किसी के ठुकरा कर अरमान - The Indic Lyrics Database

किसी के ठुकरा कर अरमान

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - लता | संगीत - मदन मोहन | फ़िल्म - पॉकेटमार | वर्ष - 1956

View in Roman

किसी के ठुकरा कर अरमान न जा ओ बेदर्दी नादान
यह मौसम रोज नहीं आता
अरे अनजान नहीं आसान बहारों के ऐसे सामान
ये मौसम रोज
शमा तक आ के परवाने कहाँ जाता है दीवाने
यूँ ही क्यों होता है हैरान नज़ाक़त मौक़े की पहचान
ये मौसम रोज
सदा इक बात नहीं होती हसीं हर रात नहीं होती
भरोसा क्या घटाओं का सदा बरसात नहीं होती
ये रुत दो दिन की मेहमान न होगी कल कोयल की तान
ये मौसम रोज