ख़ुशियों का ज़माना बीत गया - The Indic Lyrics Database

ख़ुशियों का ज़माना बीत गया

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - सुरैया | संगीत - हुस्नलाल-भगतराम | फ़िल्म - अमर कहानी/ (कंचन 1955) | वर्ष - 1949

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क्या मुहब्बत का यही अन्जाम है

क्या मुहब्बत का यही अन्जाम है

क्या मुहब्बत

क्या मुहब्बत का यही अन्जाम है

सैकड़ों ग़म

सैकड़ों ग़म एक दिलएनाकाम है

किस क़दर तारीक़ है दुनिया मेरी

सुबह भी मेरी नज़र में शाम है

सुबह भी मे

सुबह भी मेरी नज़र में शाम है

धड़क्नों से दिल की ये समझा हूँ मैं

ज़िन्दगी बेचैनियों का नाम है

ज़िन्दगी बे

ज़िन्दगी बेचैनियों का नाम है

दिल की बरबादी पे ख़ुश हूँ इसलिये

आज फिर तेरा ज़बाँ पर नाम है

आज फिर ते

आज फिर तेरा ज़बाँ पर नाम है

क्या मुहब्बत का यही अन्जाम है