तीर पे तीर खाये जा - The Indic Lyrics Database

तीर पे तीर खाये जा

गीतकार - खुमार बाराबंकवी | गायक - रफी | संगीत - NA | फ़िल्म - रूप लेख | वर्ष - 1949

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तुम भी भुला दो मैं भी भुला दूँ

तुम भी भुला दो मैं भी भुला दूँ

प्यार पुराने ग़ुज़रे ज़माने

ग़ुज़रे ज़माने

तुम भी भुला दो

चाँदनी रातें और नदी किनारा

प्यार की बातें और प्यार हमारा

भूल सकें ना फिर भी भुला दें

बीत चुके हैं दिन जो सुहाने

ग़ुज़रे ज़माने

तुम भी भुला दो

गर अपना तुम्हें हम बना न सके

मत समझो ये प्रीत निभा ना सके

हम दुनिया से मजबूर हुये

तुम और भी हम से दूर हुये

दर्द ना जाना रीत ना समझी

यूँ लगे और अब तड़पाने

ग़ुज़रे ज़माने

तुम भी भुला दो मैं भी भुला दूँ