मोरे सयान जी ने भेजि चुनारी - The Indic Lyrics Database

मोरे सयान जी ने भेजि चुनारी

गीतकार - डी एन मधोकी | गायक - सहगान, पुरुष स्वर, जोहराबाई अंबलेवाली | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - | वर्ष - 1944

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मोरे सैयाँ जी ने भेजी चुनरी
रंगूँ मैं इसे प्यार के रंग डारसैयाँ जी ने भेजी चुनरी
रंगूँ मैं इसे प्यार के रंग डारसुन-सुन री चुनरिया मलमल की -२
तोसे कहूँ मैं बलम जी की बात कल की -२
चोरी-चोरी छेड़ गये मन के वो तार -२रंगूं में इसे प्यार के रंग डार
सैयाँ जी ने
मोरे सैयाँ जी ने भेजी चुनरी
रंगूँ मैं इसे प्यार के रंग डारको : (अब आई अब आई बसन्त रुत आई
याद आये याद आये हाय वो हरजाई ) -२ज़ो : कोयल बोले कू-कू में मोरे जिया की पुकार -२रंगूं में इसे प्यार के रंग डार
सैयाँ जी ने
मोरे सैयाँ जी ने भेजी चुनरी
रंगूँ मैं इसे प्यार के रंग डारदग़ा दे के चले न जाना औरों के संग -२
तेरा ऊँचा उड़े रे मोरे सैंया पतंग -२
मर जाउँगी देना ना मोहे बिरहा की मार -२रंगूं में इसे प्यार के रंग डार
सैयाँ जी ने
मोरे सैयाँ जी ने भेजी चुनरी
रंगूँ मैं इसे प्यार के रंग डारmale: ( जिया बोले जिया बोले सजन घर जाना
ज़ो : मोरे नैना मोरे नैना कहे सजन आ ना ) -२
male: जिया लगे कहीं ना अब दो दिन हमार -२ज़ो : रंगूँ में इसे प्यार के रंग डार
सैयाँ जी ने
मोरे सैयाँ जी ने भेजी चुनरी
रंगूँ मैं इसे प्यार के रंग डार