हम किसाको सुनायेन हाल ये दुनिया पैसे कि - The Indic Lyrics Database

हम किसाको सुनायेन हाल ये दुनिया पैसे कि

गीतकार - कमर जलालाबादी | गायक - ललिता देवूलकर | संगीत - एस डी बर्मन | फ़िल्म - शबनम | वर्ष - 1949

View in Roman

हम किसको सुनायें हाल
ये दुनिया पैसे की -२
ओ नहीं पास हमारे माल
ये दुनिया पैसे की -२कल हमारे पास भी बंगला था मोटर-कार थी
आज हैं शरनार्थी हम आज हैं शरनार्थी
पूछे न कोई हाल
ये दुनिया पैसे की -२हम किसको सुनायें हाल
ये दुनिया पैसे की -२हम लूटे ऐसे हमारा आसरा कोई नहीं
आज दुनिया में ग़रीबों का ख़ुदा कोई नहीं
देखा दुनिया का हाल
ये दुनिया पैसे की -२हम किसको सुनायें हाल
ये दुनिया पैसे की -२कदर बस दौलत की है दुनिया के इस बाज़ार में
मंदिरों से bankऊँचे बन गये संसार में
उल्टी इस जग की चाल
ये दुनिया पैसे की -२हम किसको सुनायें हाल
ये दुनिया पैसे की -२कुछ तो ऐ दुनिया के मालिक कर ग़रीबों का ख़याल
भेज हलवा भेज पूरी भेज रोटी भेज दाल
कब तक गाये कंगाल ये दुनिया पैसे की -२
ये दुनिया पैसे कीभेज हलवा भेज पूरी भेज रोटी
भेज दाल
भेज रोटी
भेज दाल
भेज पूरी
भेज दाल
भेज