मनमानी से हरगिज़ एन दरो - The Indic Lyrics Database

मनमानी से हरगिज़ एन दरो

गीतकार - अमित खन्ना | गायक - किशोर कुमार | संगीत - राजेश रोशन | फ़िल्म - मन पसंद | वर्ष - 1980

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hmmmमनमानी से हरगिज़ ना डरो,
कभी शादी ना करो
मन मानी से हरगिज़ ना डरो,
कभी शादी ना करोअरे, मरज़ी है, आज कहीं बाहर खाना खायें
वो कहेंगी, नहीं साहब ठीक आठ बजे घर वापस आ जायेंकिताब लिये हाथ में आप चैन से बैठे हैं
वो कहेंगी, हमसे रूठे हैं?कभी किसी भी नारी से कर लो, दो बातें
वो कहेंगी, क्या इन्हीं से होती हैं छुप के मुलाक़ातें?अरे, तौबा बेवक़ूफ़ी की है शादी इन्तहा
अरे, औरत अपना सोचे औरों की नहीं परवाह
(क्यों ठीक नहीं कहा मैने)
जो जी मैं आये वो करो कभी शादी ना करोमनमानी से हरगिज़ ना डरो,
कभी शादी हां कभी शादी, ना बाबा न