मेरे खेवनहार उम्मीद की झोली में - The Indic Lyrics Database

मेरे खेवनहार उम्मीद की झोली में

गीतकार - साहिर लुधियानवी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - एस डी बर्मन | फ़िल्म - अंगारे | वर्ष - 1954

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मेरे खेवनहार क्यूं मुझे छोड चले मजधार
मेरे खेवनहार ...उम्मीद की झोली में क्यों भर दिये अंगारे
भला क्यों भर दिये
उम्मीद की झोली में क्यों भर दिये अंगारे
भला क्यों भर दियेमूंह मोड़ के दुनिया से, ठुकराके ज़माने को
आये थे मुहब्बत की तक़दीर बनाने को
उम्मीद की झोली में ...मजबूर थे पहले ही, नाशाद थे पहले ही
तेरी ही क़सम हम तो बरबाद थे पहले ही
उम्मीद की झोली में ...मर मर के जिये अब तक हम तेरे सहारे पर
मालूम न था कश्ती डूबेगी किनारे पर
उम्मीद की झोली में ...ओ~~ओ~ओ~ओ