तेरी नज़र में मैं रहूँ - The Indic Lyrics Database

तेरी नज़र में मैं रहूँ

गीतकार - शेवान रिज़वी | गायक - सुरेंद्र नाथ, सुरैया | संगीत - सज्जाद हुसैन | फ़िल्म - अठारह सौ सनतावन/1857 | वर्ष - 1946

View in Roman

ठुकरा रही है दुनिया हम हैं की सो रहे हैं

ठुकरा रही है दुनिया हम हैं की सो रहे हैं

बर्बाद हो चुके थे बर्बाद हो रहे हैं

सहमी हुईं हैं देखो इस बाग की बहारें

फूलों को रौंद कर हम कांटो को बो रहे हैं

ठुकरा रही है दुनिया हम हैं की सो रहे हैं

बर्बाद हो चुके थे बर्बाद हो रहे हैं

ठुकरा रही है दुनिया हम हैं की सो रहे हैं

यह वक़्त है की मिल कर बिगड़ी हुई बनालें

यह वक़्त कीमती हम झगड़ों मे खो रहे हैं

ठुकरा रही है दुनिया हम हैं की सो रहे हैं

बर्बाद हो चुके थे बर्बाद हो रहे हैं

ठुकरा रही है दुनिया हम हैं की सो रहे हैं

ग़ैरों से न शिकायत ग़ैरों से न गिला है

हिन्दोस्तां कि नाँव हिन्दी डबो रहे हैं

ठुकरा रही है दुनिया हम हैं की सो रहे हैं

बर्बाद हो चुके थे बर्बाद हो रहे हैं

ठुकरा रही है दुनिया हम हैं की सो रहे हैं