हम हैं राही प्यार के हमसे कुछ ना बोलिए - The Indic Lyrics Database

हम हैं राही प्यार के हमसे कुछ ना बोलिए

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - किशोर कुमार | संगीत - एस डी बर्मन | फ़िल्म - नौ दो ग्यारह | वर्ष - 1957

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हम हैं राही प्यार के, हमसे कुछ न बोलिये-३
जो भी प्यार से मिला, हम उसी के हो लिये-२
हम उसी के हो लिये
जो भी प्यार से मिला, हम उसी के हो लियेदर्द भी हमें क़ुबूल, चैन भी हमें क़ुबूल-२
हमनें हर तरह के फूल, हार में पिरो लिये,-२
जो भी प्यार से मिला ...धूप थी नसीब में, तो धूप में लिया है दम-२
चाँदनी मिली तो हम, चाँदनी में सो लिये-२
जो भी प्यार से मिला ...दिल पे आसरा किये, हम तो बस यूँहीं जिये-२
एक कदम पे हँस लिये, एक कदम पे रो लिये-२
जो भी प्यार से मिला ...राह में पड़ें हैं हम, कबसे आप की क़सम-२
देखिये तो कम से कम, बोलिये ना बोलिये-२
जो भी प्यार से मिला ...हम हैं राही प्यार के, हमसे कुछ न बोलिये
जो भी प्यार से मिला, हम उसी के हो लिये