भगवान तुम्हारी दुनिया में क्यूं - The Indic Lyrics Database

भगवान तुम्हारी दुनिया में क्यूं

गीतकार - कमर जलालाबादी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - हुस्नलाल-भगतराम | फ़िल्म - अनबन | वर्ष - 1956

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भगवान तुम्हारी दुनिया में क्यूँ दिल ठुकराए जाते हैं
क्यूँ चाहने वालों के अरमाँ मिट्टी में मिलाए जाते हैंक्यूँ इस बेदर्द ज़माने में लाखों ही महल आशाओं के
हर रोज़ बनाए जाते हैं हर रोज़ मिटाए जाते हैंहोती है बुराई की पूजा इस तेरी अन्धी दुनिया में
और नेक इन्साँ आँसू की तरह नज़रों से गिराए जाते हैंओ जीवन बग़िया के माली तेरी बग़िया की यह रीत है क्या
जो फूल खिले सेहरे के लिए अर्थी पे चढ़ाए जाते हैं
भगवान तुम्हारी दुनिया ...