सुनता है मेरा खुदा - The Indic Lyrics Database

सुनता है मेरा खुदा

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - कविता कृष्णमूर्ति, उदित नारायण, स्वर्णलता | संगीत - ए आर रहमान | फ़िल्म - पुकार | वर्ष - 1999

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सुनता है मेरा ख़ुदा दिल-ओ-जान से चाहूँ तुझको यारा-दिलरुबाये ज़िंदगी तेरे लिये तेरे लिये और तू मेरे लिये दिल की सदा हैसजन सुन तू भी इतना कि तू है मेरा सपना तू ही तो मेरी आरज़ूसनम ये बातें कैसी कहाँ मेरी क़िस्मत ऐसी की बन जाऊँ तेरी आरज़ूकहो तो मैं तेरे आगे कमर बीच गजरा बाँधे डोलूँ नशीली चाल सेअदा हाय ऐसी क़ातिल सहेगा तो कैसे ये दिल तरस खाओ मेरे हाल पेये गुल-बूटे भी दिल हैं यहाँ काँटे सब गुल हैं ये रस्ते हैं अपने प्यार केहाय कहूँगा पर मैँ इतना क़दम देख कर ही रखना कहीँ कोई ठोकर ना लगेजो मिल गये दो दिल ऐसे जुदा ये फिर होंगे कैसे हमारी कहानी है यहीमुझे भी अब क्या करना है तुझी पे जीना-मरना है के अब ज़िंदगानी है यही