बदले बदले मेरे सरकार नज़र आते हैं - The Indic Lyrics Database

बदले बदले मेरे सरकार नज़र आते हैं

गीतकार - शकील बदायुँनी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - रवि | फ़िल्म - चौदहवी का चांद | वर्ष - 1960

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बदले बदले मेरे सरकार नज़र आते हैं
घर की बर्बादी के आसार नज़र आते हैं
डूबे रहते थे मेरे प्यार में जो शाम-ओ-सहर
मेरे चेहरे से ना हटती थी कभी जिनकी नज़र
मेरी सूरत से वो बेजार नज़र आते हैं
वो जो बदले तो जमाने की हवा भी बदली
दिल की खुशियाँ भी गयी, घर की फज़ा भी बदली
सुने सुने दर-ओ-दीवार नज़र आते हैं
मेरे मालिक ने मोहब्बत का चलन छोड़ दिया
कर के बरबाद मेरे दिल का चमन छोड़ दिया
फूल भी अब तो मुझे खार नज़र आते हैं