दिन हो या रात हम रहें तेरे साथ - The Indic Lyrics Database

दिन हो या रात हम रहें तेरे साथ

गीतकार - प्रेम धवन | गायक - रफ़ी, सुमन | संगीत - हंसराज बहल | फ़िल्म - मिस बॉम्बे | वर्ष - 1957

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दिन हो या रात हम रहें तेरे साथ यह हमारी मरज़ी
तुम्हारी मरज़ी
जी हमारी मरज़ी
तुम्हारी तो हमारी भी यही है मरज़ी
दिन हो या रात ...

तू डोर मैं पतंग उड़ूँ तेरे संग-संग हो हो हो
आ हा हा
तू है फूल तो मैं रंग रहूँ तेरे संग-संग हो हो हो
आ हा हा
रंग डालो इस रंग में हमारा अंग-अंग
ये तुम्हारी मरज़ी
जी हमारी मरज़ी
तुम्हारी तो हमारी ...
दिन हो या रात ...

ले के आऊँ मैं बारात थामूँ मेहँदी वाले हाथ हो हो हो
आ हा हा
मैं तो मुख से न बोलूँ चली चलूँ तेरे साथ
नित-नित करे चंदा से चकोरी मुलाक़ात
ये तुम्हारी मरज़ी
जी हमारी मरज़ी
तुम्हारी तो हमारी ...
दिन हो या रात ...

इक बंगला हो प्यारा सारी दुनिया से न्यारा ओ हो हो
आ हा हा
जिसकी चाँदी की दीवारें और सोने का द्वारा
इसके अँगना में आके भूल जाऊँ जग सारा
ये तुम्हारी मरज़ी
जी हमारी मरज़ी
तुम्हारी तो हमारी ...
दिन हो या रात ...$