दिल का दर्द निराला - The Indic Lyrics Database

दिल का दर्द निराला

गीतकार - शकील बदायुँनी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - एस डी बर्मन | फ़िल्म - कैसे कहूं | वर्ष - 1964

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दिल का दर्द निराला , दिल का दर्द निराला
किसको सुनाऊँ कोई नहीं है आज समझने वाला
दिल का दर्द निरालाखिलते हुये एक फील को जैसे अपनी महक मालूम न हो
जलते हुये दीप को जैसे अपनी चमक मालूम न हो
दिल में यूँही तेरे प्यार का था एक अन्जाना उजियाला
दिल का दर्द निरालामैं हूँ सनम अपराधी तेरा मौत भी है मंज़ूर मुझे
पर वो सज़ा मैं सह न सकूँगा कर दे जो तुझसे दूर मुझे
दिल से भुला दे मेरी ख़तायें तोड़ दे घुम का जला ?
दिल का दर्द निराला
किसको सुनाऊँ कोई नहीं है आज समझने वाला